पिताजी को पहले लगा कि मुझे कोई शारीरिक दर्द पहुँचा है, क्यों कि मैं कभी इस तरह से रोया नहीं था. पिताजी को पहले लगा कि मुझे कोई शारीरिक दर्द पहुँचा है, क्यों कि मैं कभी इस तरह स...
ज़ीरो साइज़ के चक्कर में अपने लिए मुसीबत खड़ी करके अपनी जान को दाँव पर रखना बेवक़ूफ़ी ह ज़ीरो साइज़ के चक्कर में अपने लिए मुसीबत खड़ी करके अपनी जान को दाँव पर रखना बेवक...
सुहाना की याचना भरी प्रश्न करती निगाहों के उत्तर में मालिक ने कहा, “यही तुम्हारा पुरस्कार है !” सुहाना की याचना भरी प्रश्न करती निगाहों के उत्तर में मालिक ने कहा, “यही तुम्हारा...
तब तक अड़ोसी-पड़ोसी सभी इकट्ठा हो चुके थे तब तक अड़ोसी-पड़ोसी सभी इकट्ठा हो चुके थे
शारदा जी शांति से दरवाजे से सटकर चुपचाप उनको जाते हुए देखती रहीं शारदा जी शांति से दरवाजे से सटकर चुपचाप उनको जाते हुए देखती रहीं
झाँसीरानी पुरस्कार झाँसीरानी पुरस्कार